शुक्रवार, 27 नवंबर 2015

संविधान के प्रति संकल्प और अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करने का आज दूसरा और समापन दिवस था। अंतिम वक्ता के रूप में प्रधानमंत्री बोल रहे थे वह अभी अपना संकल्प और प्रतिबद्धता अभिव्यक्त कर सदन का साधुवाद कर अभी बैठ ही रहे थे लोकसभा में कांग्रेस के प्रवक्ता खड़गे सवाल दागने लगे। सभापति के रोकने के बाद भी वह बोलते रहे जबकि सभापति ने पूरी विनम्रता से कई बार साफ़ लफ्जों में कहा -नो क्वश्चन आंसर्स दोहराया ,कहा यह सवाल ज़वाब नहीं ,प्रश्नोत्तरी नहीं है ये । यह ऐसे ही था जैसे समारोह संपन्न होने के बाद कोई मंच पर कोई जबरिया चढ़ आये और माइक्रोफोन अपने कब्ज़े में ले ले। कैसे कैसे मंद मति पाले हुए हैं श्रीमती सोनिया मायनों ने।

लोकसभा को एक और मंदमति के दर्शन 

इंडियन नेशनल कांग्रेस में( जिसकी अध्यक्षा सोनिया मायनो  हैं )दो प्रकार के लोग हैं। या तो वे बहुत अधिक शातिर हैं या फिर मंदमति। काम दोनों का एक ही  संविधान विरोधी काम करना।देश को अंदर बाहर से कमज़ोर करना। अ -सहिष्णु घोषित करवाना बहुत ही छोटे स्तर के लोगों से।  पहले वर्ग में मिसाल के तौर पर सर्वश्री मणिशंकर अय्यर और माननीय सलमान खुर्शीद साहब रखे जा सकते हैं जो विदेशों में खासकर पाकिस्तान में जाकर कहते हैं हम आप से संवाद बनाये रखने के लिए आतुर हैं आप मोदी को हटाओ ,हमें लाओ।सलमान साहब फरमाते हैं नवाज़ शरीफ साहब भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी से बेहतर काम  रहें हैं । 

दूसरे वर्ग में बहुचर्चित  शहजादे ही अकेले कई मंदमतियों के बराबर हैं।आज लोकसभा में  खड़गे साहब उन्हें पीछे छोड़ते दिखलाई दिए हैं। 

दो दिन संसद के मानसून सत्र के ठीक से बीत गए लेकिन मन आशंकित है देश का  ये कांग्रेसी ज़रूर कुछ ऐसा वैसा करेंगे जो न सिर्फ अशोभन ही होगा देश के हितों पर भी चोट  करेगा। 

संविधान के प्रति संकल्प और अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करने का आज दूसरा और  समापन दिवस था। अंतिम वक्ता के रूप में प्रधानमंत्री बोल रहे थे वह अभी अपना संकल्प और प्रतिबद्धता अभिव्यक्त कर सदन का साधुवाद कर अभी बैठ ही रहे थे लोकसभा में कांग्रेस के प्रवक्ता खड़गे सवाल दागने लगे। सभापति के रोकने के बाद भी वह बोलते रहे जबकि सभापति ने पूरी विनम्रता से कई बार साफ़ लफ्जों में कहा -नो क्वश्चन आंसर्स दोहराया ,कहा यह सवाल ज़वाब नहीं ,प्रश्नोत्तरी नहीं है ये । यह ऐसे ही था जैसे  समारोह संपन्न होने के बाद कोई मंच पर कोई जबरिया चढ़ आये और माइक्रोफोन अपने कब्ज़े में ले ले। कैसे कैसे मंद मति पाले हुए हैं श्रीमती सोनिया मायनों ने। 


ख़तरा जितना नहीं हमें है आतंकी
हथियारों से।
उससे ज़्यादा ख़तरा हमको घर के ही
ग़द्दारों से।
आशा हमको नहीं ज़रा भी शाहरुख ओ
सलमानों से।
सावधान रहना ही होगा आमिर भाईजानों
से।
जलता दिया बचाना होगा ,आंधी औ
तूफानों से ।
खूब सँभलकर रहना होगा शातिर
बेईमानों से ।


साजन ग्वालियरी हास्य व्यंग्य कवि
मो .९८२६२७२५२० 


In the news
... Minister Narendra Modi on Friday addressed the Lok Sabha on the Constitution debate.           

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